खड़ा हिमालय बता रहा

खड़ा हिमालय बता रहा है


बढ़े चलो बस बढ़े चलो तुम
विजय पताका फहरा दो
खड़ा हिमालय बता रहा है
डरो ना आंधी पानी में तुम।

हों फोलादी अगर इरादे
चट्टानों को सहज गिरा दें
दुश्मन अगर सामने आए
पल भर में उसे धूल चटा दें।

साहस बल अडिग है अपना
दुस्साहस का ना लो सपना
तिरछी नजर न इधर डालना
भारत मां के लाल बहुत हैं।

लड़ने का हमें शौक नहीं है
चाहें सब से प्रीत बढ़ाना
पर जो आंख उठाए हम पर
आता उसको सबक सिखाना।।

आभार – नवीन पहल – ०३.०७.२०२३ 👍👍

# आधे अधूरे मिसरे/ प्रसिद्ध लाइन प्रतियोगिता हेतु

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2 Comments

बेहतरीन अभिव्यक्ति

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Muskan khan

08-Jul-2023 08:57 PM

Nice

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